न्यूट्रिशन से भरपूर रागी की रोटी से होंगे कई फायदे जानें बनाने का प्रोसेस
रागी की रोटी कई जगह खाई जाती हो यह टेस्ट के साथ-साथ हमारी हेल्थ के लिए भी बहुत बेनिफिशियल होती है इसमें आपको कैल्शियम मैग्नीशियम और फाइबर अच्छी मात्रा में मिल जाएंगे।
न्यूट्रिशन से भरपूर रागी की रोटी से होंगे कई फायदे जानें बनाने का प्रोसेस
रागी की रोटी एक ट्रेडिशनल और हेल्थी फुड है। रागी जिसे फिंगर मिलेट भी कहा जाता है इसमें आपको भरपूर न्यूट्रिशन मिलेगा यह टेस्ट में बहुत अच्छी होती है लेकिन टेस्ट के साथ-साथ इसके काफी सारे फायदे भी आपको होंगे। अगर आप अपनी डाइट में कुछ शामिल करना चाहते हैं जो हेल्दी हो तो आप इसे शामिल कर सकते हैं इस आर्टिकल में इसके फायदे और गुना के साथ इसे बनाने के प्रोसेस के बारे में बात करेंगे।
रागी करेगा सुपरफूड का काम
रागी एक प्रकार का बाजरा है जो अफ्रीका और एशिया में उगाया जाता है। भारत में इसे खास तौर से कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में खाया जाता है।
• रागी खास इसलिए है क्योंकि यह गेहूं और चावल के कंपैरिजन में काफी ज्यादा न्यूट्रिशन वाली होती है। इसमें प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स की भरमार होती है जो इसे एक सुपरफूड बनाते हैं। डेली के भोजन में इसे शामिल करने से शरीर को नेचुरल एनर्जी मिलती है।
रागी की रोटी के न्यूट्रिशन गुण
रागी की रोटी में कई पोषक तत्व होते हैं। एक कप रागी के आटे में लगभग 10 ग्राम प्रोटीन और 7 ग्राम फाइबर के साथ कैल्शियम की अच्छी क्वांटिटी होती है। इसमें आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन बी भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
• यह ग्लूटेन फ्री होती है इसलिए गेहूं से एलर्जी वाले लोगों के लिए बढ़िया है। इसके गुण इसे एक संतुलित आहार का हिस्सा बनाते हैं जो वेट कंट्रोल से लेकर हड्डियों की मजबूती तक मदद करते हैं।
वजन घटाने में रहेगी हेल्पफुल
रागी की रोटी आपके लिए अच्छी साबित हो सकती है। इसमें हाइ फाइबर होता है जो पेट को लंबे समय तक भरा रखती है और ज्यादा खाने की इच्छा को कम करती है।
• इस में कम कैलोरी होने के बावजूद यह एनर्जी करती है जिससे व्यायाम के दौरान थकान नहीं होती है। इसे दही या सब्जी के साथ खाने से कैलोरी इनटेक कम होता है और मेटाबॉलिज्म बढ़ता है।
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मधुमेह रोगियों के लिए हेल्पफुल
रागी की रोटी मधुमेह के मरीजों के लिए एक सेफ ऑप्शन है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे ब्लड शुगर लेवल धीरे-धीरे बढ़ता है। इसमें मौजूद फाइबर इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाता है।
• अगर आप डायबिटीज कंट्रोल करना चाहते हैं तो रागी की रोटी को डेली रूप से शामिल करें। यह न केवल शुगर लेवल को स्टेबल रखती है बल्कि इससे जुड़ी कॉम्प्लेक्स जैसे थकान और कमजोरी को भी दूर करती है।
हड्डियों को बनाए स्ट्रांग
रागी कैल्शियम का एक सोर्स है जो हड्डियों और दांतों को स्ट्रांग बनाता है। एक सर्विंग रागी की रोटी से आपको दूध के बराबर कैल्शियम मिल सकता है खासकर शाकाहारी लोगों के लिए यह फायदेमंद है।
• इसमें फॉस्फोरस भी होता है जो कैल्शियम के एब्जॉर्वेशन में मदद करता है। इस से बढ़ती उम्र में ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
पाचन तंत्र होगा बेहतर
रागी की रोटी में भरपूर फाइबर होने से पाचन क्रिया सुचारू रहती है। यह कब्ज, एसिडिटी और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है। फाइबर आंतों की सफाई करता है और अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है। अगर आपका पाचन कमजोर है तो रागी की रोटी को दाल या सब्जी के साथ खाएं।
रागी की रोटी बनाने का प्रोसेस
रागी की रोटी बनाने का प्रक्रिया बहुत ही आसान है इसमें इसके लिए आपको एक कप रागी का आता थोड़ा सा नमक और गुनगुना पानी चाहिए होता है अगर आप चाहे तो अपने टेस्ट के लिए जीरा भी मिल सकते हैं अगर आता ज्यादा चुपके तो थोड़ा सा गेहूं का आटा मिला सकते हैं।
• इसे अच्छे से गूथ कर 10 से 15 मिनट तक कर रख दे और पतली रोटी बेलकर मध्यम आंच पर सेंक लें।
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