कहीं आप भी तो नहीं लो हीमोग्लोबिन के शिकार जानें लक्षण, कारण और उपचार
Low heamoglobin इन दोनों बहुत ही ज्यादा आम होता जा रहा है क्योंकि अपनी लाइफ स्टाइल में ध्यान न देने के कारण हमारे शरीर में कई बार आयरन की कमी हो जाती है जो इस का मेन कारण है।
कहीं आप भी तो नहीं लो हीमोग्लोबिन के शिकार जानें लक्षण, कारण और उपचार
अगर आपका हीमोग्लोबिन भी कम है तो आपको इस पर ध्यान जरूर देना चाहिए। हीमोग्लोबिन हमारे खून में मौजूद एक इंपॉर्टेंट प्रोटीन है जो ऑक्सीजन को शरीर के अलग हिस्सों तक पहुंचाता है। जब यह कम हो जाता है तो इसे एनीमिया कहा जाता है। हीमोग्लोबिन कम होने से हमारे शरीर पर बहुत ही बुरा इफेक्ट पड़ता है।
हीमोग्लोबिन और इसका इफेक्ट
हीमोग्लोबिन ब्लड की RBC में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को लेता है और उसे पूरे शरीर में डिस्ट्रीब्यूट करता है। यह आयरन से भरा होता है जो इसे लाल रंग देता है।
• अगर इस के नॉर्मल लेवल की बात करे तो पुरुषों में 13 से 17 ग्राम प्रति डेसीलीटर और महिलाओं में 12 से 15 ग्राम प्रति डेसीलीटर होता है। जब हीमोग्लोबिन कम हो जाता है तो शरीर को कम ऑक्सीजन मिलती है। इससे शरीर को कई सारी प्रॉब्लम हो जाती है।
लो हीमोग्लोबिन के सिम्पटम्स
लो हीमोग्लोबिन के शुरुआती लक्षण अक्सर हल्के होते हैं लेकिन समय के साथ गंभीर हो सकते हैं। इस का सबसे आम सिम्पटम थकान और कमजोरी है जहां व्यक्ति छोटे से छोटे कामों से भी थक जाता है।
• इस से सिरदर्द, चक्कर आना, सांस फूलना और दिल की धड़कन तेज होना भी शामिल है। इस के साथ ही स्किन पीली पड़ जाना, ठंडे हाथ-पैर और भूख न लगना जैसे सिम्पटम्स भी दिख सकते है।
लो हीमोग्लोबिन के कारण
लो हीमोग्लोबिन के कई कारण हो सकते हैं जिनमें आयरन की कमी सबसे मैन है। यह कमी खराब आहार के वजह से भी हो सकती है जैसे कि हरी सब्जियां और मांसाहारी भोजन की कमी से होती है।
• इस के साथ ही कई बार गर्भावस्था, भारी मासिक धर्म या आंतरिक रक्तस्राव भी इस के कारण बन सकते हैं। विटामिन बी12 या फोलिक एसिड की कमी भी इसका कारण हो सकती है।
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लो हीमोग्लोबिन का ट्रीटमेंट
लो हीमोग्लोबिन का पता लगाने के लिए सबसे अच्छा तरीका है ब्लड टेस्ट करना उस में सीबीसी यानी कम्पलीट ब्लड काउंट कराना यह बहुत ही आसानी से आपको क्लियर कर देते है।
• डॉक्टर आपके सिम्पटम्स के बेस्ड पर यह टेस्ट बताते हैं और हीमोग्लोबिन लेवल की जांच करते हैं। अगर लेवल कम है तो आगे के टेस्ट जैसे आयरन लेवल, विटामिन बी12 या फोलेट की जांच की जाती है।
लें संतुलित आहार
अगर आप इस प्रॉब्लम को दूर करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको संतुलित आहार को अपने डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। लो हीमोग्लोबिन को रोकने के लिए संतुलित आहार अच्छा रहेगा। जिसमें आयरन से भरपूर खाना जैसे हरी सब्जियां, फल, दालें और नट्स शामिल हों। इस के साथ ही विटामिन सी युक्त फल , आयरन एब्जॉर्बशन बढ़ाते हैं।
• इस के साथ ही रोजाना अनार का जूस या सेब खाएं जो आयरन प्रदान करते हैं। इस के लिए पालक, बीन्स और अंडे जैसे खाद्य पदार्थों को भोजन में शामिल करें।
लें पर्याप्त नींद
आपको अपनी बॉडी को पूरा आराम भी देना चाहिए आपको पर्याप्त नींद लेनी चाहिए इसके साथ डेली आपको योग और एक्सरसाइज भी करना चाहिए ताकि आपकी बॉडी एक्टिव रहें।
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