Google VaultGemma मॉडल हुआ रिवील , प्राइवेसी को ध्यान रखते हुए करेगा काम
Google VaultGemma Model को 11 सितंबर को लॉन्च कर दिया गया है। इस में आपको सभी इनफॉरमेशन के साथ प्राइवेसी की सिक्योरिटी भी मिलेगी। यह सिक्योरिटी फीचर्स को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।
Google VaultGemma मॉडल हुआ रिवील , प्राइवेसी को ध्यान रखते हुए करेगा काम
गूगल ने हाल ही में वैल्टजेम्मा नामक एक अनोखे मॉडल को दुनिया के सामने पेश किया है जो प्राइवेसी को प्राथमिकता देते हुए विकसित किया गया है। यह मॉडल न केवल टेक्नोलॉजी रूप से बढ़िया है बल्कि यह दिखाता है कि कैसे एआई को प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए बनाया जा सकता है। Google VaultGemma मॉडल में डिफरेंशियल प्राइवेसी जैसी विशेष तकनीक का यूज किया गया है जो डेटा लीकेज की चिंताओं को दूर करती है।
Google VaultGemma
वैल्टजेम्मा गूगल के जेम्मा मॉडल सीरीज का एक नया संस्करण है जो हल्के और पावरफुल ओपन मॉडल्स के लिए जाना जाता है। लेकिन जहां जेम्मा सामान्य लैंग्वेज पर फोकस करता है वहीं वैल्टजेम्मा को शुरू से ही गोपनीयता के साथ डिजाइन किया गया। • गूगल रिसर्च और डीपमाइंड की टीम ने इसे शून्य से प्रशिक्षित किया है ताकि यह मॉडल न केवल सटीक जवाब दे सके बल्कि उपयोगकर्ताओं के डेटा को भी पूरी तरह सुरक्षित रखे।
डेटा को कैसे बचाता है यह मॉडल
डिफरेंशियल प्राइवेसी एक गणितीय टेक्नोलॉजी है जो प्रशिक्षण के दौरान कंट्रोल काम करती है जिससे मॉडल किसी एक डेटा पॉइंट पर निर्भर न हो। वैल्टजेम्मा में यह पूरे प्री-ट्रेनिंग चरण में लागू की गई है न कि सिर्फ फाइन-ट्यूनिंग में।
• Google VaultGemma मॉडल किसी संवेदनशील जानकारी को याद नहीं रख पाता या लीक नहीं कर पाता।
एक बिलियन पैरामीटर्स का दम
वैल्टजेम्मा में 1 बिलियन पैरामीटर्स हैं जो इसे अब तक का सबसे बड़ा ओपन मॉडल बनाता है जो पूरी तरह डिफरेंशियल प्राइवेसी के साथ ट्रेंड किया गया। इतने बड़े आकार के बावजूद यह हल्का और बेहतर है।
READ MORE - Seedream 4.0 से अब इमेज बनाना हुआ और भी आसान , पाएं जनरेशन और एडिटिंग एक साथ
बेंचमार्क्स में कैसे खरा उतरा
वैल्टजेम्मा को बिग-बेंच और हेल्म जैसे मानक टेस्ट्स पर जांचा गया, जहां इसने गैर-प्राइवेट मॉडल्स से थोड़ा पीछे रहते हुए भी प्रभावशाली स्कोर हासिल किए। मेमोराइजेशन टेस्ट्स में भी यह साफ साबित हुआ कि यह ट्रेनिंग डेटा को दोहराता नहीं है।
हर डेवलपर के लिए खुला द्वार
गूगल ने वैल्टजेम्मा को हगिंग फेस जैसे प्लेटफॉर्म्स पर ओपन सोर्स कर दिया है जिससे कोई भी इसे डाउनलोड कर फाइन-ट्यून कर सके। यह लाइसेंस के साथ आता है जो उपयोग को आसान बनाता है। ओपन सोर्सिंग से रिसर्चर्स प्राइवेट एआई पर नए प्रयोग कर सकेंगे।
ट्रांसफॉर्मर का प्राइवेट होना
यह एक डिकोडर-ओनली ट्रांसफॉर्मर है जिसमें 26 लेयर्स और मल्टी-क्वेरी अटेंशन है जो जेम्मा 2 से प्रेरित है। सीक्वेंस लेंथ को 1,024 टोकन्स तक सीमित रखा गया। ये डिजाइन चॉइस न केवल कैपेसिटी बढ़ाते हैं बल्कि मॉडल को लैंग्वेज समझने के लिए भी अच्छा बनाते हैं।
स्वास्थ्य और वित्त के लिए बेनिफिशियल
वैल्टजेम्मा जैसे प्राइवेट मॉडल्स स्वास्थ्य रिकॉर्ड्स एनालिसिस या वित्तीय सलाह जैसे क्षेत्रों में गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं जहां डेटा लीक एक बड़ा खतरा है। यह मॉडल संवेदनशील जानकारी पर ट्रेनिंग के बिना भी उपयोगी इनसाइट्स दे सकता है जिससे कंपनियां कानूनी जोखिमों से बचेंगी।
READ MORE - Realme P3 Lite 5G अपने दो वेरिएंट के साथ आया मार्केट में न्यू फीचर्स के साथ मिलेगा किफायती कीमत में
अगर आपको Google VaultGemma मॉडल से जुड़ी यह जानकारी अच्छी लगी है तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे सके साथ ही अगर आपका कोई प्रश्न है या सुझाव है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताए।