यूक्रेन पर रूस का अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला, एक रात में दागे 500 ड्रोन और मिसाइलें
रूस ने एक ही रात में 500 ड्रोन से यूक्रेन पर बरपाया कहर, यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली ने दिखाई ताकत। युद्धविराम वार्ता बेअसर, दोनों देशों के बीच बंदियों की अदला-बदली के बावजूद तनाव चरम पर।

कीव : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध एक बार फिर चरम पर पहुंचता दिख रहा है। बीते रविवार रात रूस ने यूक्रेन पर 500 ड्रोन और मिसाइलों से हमला कर अब तक का सबसे भीषण ड्रोन अटैक किया। यूक्रेन की वायुसेना ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि यह युद्ध के दौरान किसी एक रात में हुआ सबसे बड़ा ड्रोन हमला है।
रूस की बढ़ती आक्रामकता
रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि उसने सात अलग-अलग रूसी क्षेत्रों में घुसे यूक्रेनी 49 ड्रोन को मार गिराया है। इसमें चुवाशिया क्षेत्र में स्थित एक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण बनाने वाली फैक्ट्री को भी निशाना बनाया गया। मॉस्को से लगभग 600 किमी दूर यह इलाका रूस के भीतर गहराई तक पहुंचकर किए गए हमलों का प्रतीक बन गया है।
यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई और दावा
यूक्रेन की वायुसेना के अनुसार, इस हमले में कुल 479 ड्रोन और 20 मिसाइलें शामिल थीं। यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणाली ने इनमें से 277 ड्रोन और 19 मिसाइलों को समय रहते हवा में ही नष्ट कर दिया। केवल 10 हमले अपने लक्ष्य तक पहुंचे, जिनमें से एक में एक व्यक्ति घायल हुआ। हालांकि इन आंकड़ों की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है।
युद्धविराम वार्ता का कोई असर नहीं
24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ यह युद्ध तीन साल बाद भी किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सका है। हाल में हुई शांति वार्ताएं भी बेनतीजा रहीं। इसी बीच रूस और यूक्रेन ने एक बार फिर कैदियों की अदला-बदली की, हालांकि दोनों पक्षों ने यह नहीं बताया कि कुल कितने बंदियों की अदला-बदली हुई।
यूक्रेन की प्रतिरोध क्षमता और अंतरराष्ट्रीय समर्थन
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने स्वीकार किया है कि रूस के सामने कुछ मोर्चों पर यूक्रेनी स्थिति कमजोर है। उन्होंने पश्चिमी देशों से विशेष रूप से एयर डिफेंस सपोर्ट की अपील की है। इस बीच, यूक्रेनी स्पेशल फोर्सेज ने रूस के निजनी नोवगोरोद क्षेत्र में एक हवाई अड्डे पर हमले का दावा किया है, जहां दो रूसी लड़ाकू विमान खड़े थे।
रूस की रणनीति में तेजी
रूस की आक्रामक रणनीति फिलहाल किसी रुकने के संकेत नहीं दे रही। पूर्वी और उत्तरी सीमाओं पर लगभग 1,000 किलोमीटर तक रूसी सेना ने नए सिरे से हमला तेज कर दिया है। इससे यूक्रेनी सैनिकों की स्थिति चुनौतीपूर्ण हो गई है। अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों से मिल रही सहायता की अनिश्चितता ने यूक्रेन की सैन्य रणनीति को और भी कठिन बना दिया है।