पुणे में इंद्रायणी नदी पर बना पुल ढहा, दो की मौत; कई लोग अब भी लापता
महाराष्ट्र के पुणे जिले में रविवार को इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना लोहे का पुल अचानक ढह गया, जिससे एक बड़ा हादसा हो गया। घटना में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 20 से अधिक लोगों के लापता होने की आशंका है।

पुणे – महाराष्ट्र के पुणे जिले में रविवार को इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना लोहे का पुल अचानक ढह गया, जिससे एक बड़ा हादसा हो गया। घटना में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 20 से अधिक लोगों के लापता होने की आशंका है।
यह हादसा दोपहर करीब 3:30 बजे कुंडमाला क्षेत्र में हुआ, जो मानसून के समय एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल माना जाता है।
साप्ताहिक अवकाश होने के कारण रविवार को बड़ी संख्या में पर्यटक वहां मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब पुल पर भारी संख्या में लोग खड़े थे, तभी अचानक उसका एक हिस्सा टूटकर नदी में गिर गया। हादसे के समय पुल पर करीब 100 से अधिक लोग और कई दोपहिया वाहन मौजूद थे।
घायलों की हालत गंभीर, NDRF की दो टीमें राहत कार्य में जुटीं
पुल गिरने के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने राहत कार्य शुरू किया और कई लोगों को पानी से बाहर निकाला। तालेगांव दाभाड़े पुलिस स्टेशन से मिली जानकारी के अनुसार, हादसे में अब तक 32 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 6 की हालत गंभीर बताई गई है।
बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की दो टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच गई हैं और युद्धस्तर पर तलाशी अभियान जारी है।
बचावकर्मियों का कहना है कि तेज धारा और बारिश के चलते राहत कार्य में कठिनाई आ रही है। मलबे में 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है, जिनकी तलाश की जा रही है।
सरकार की प्रतिक्रिया: मुआवजा और जांच के आदेश
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे पर गहरा दुख जताया और कहा कि सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ राहत कार्यों की निगरानी कर रही है।
उन्होंने घोषणा की कि मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख का मुआवजा दिया जाएगा और घायलों का इलाज राज्य सरकार की ओर से नि:शुल्क किया जाएगा।
Deeply saddened to learn about the tragic incident of a bridge collapse over the Indrayani River near Talegaon, Indori in Pune district. As per information received till now, 2 persons have lost their lives. My deepest condolences to their families. We share their grief in this… — Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) June 15, 2025
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर हादसे की जानकारी साझा की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी संवेदना प्रकट की है।
पुल की हालत पहले से खराब, संरचनात्मक ऑडिट के निर्देश
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने स्वीकार किया कि पुल की स्थिति पहले से ही खराब थी और उस पर भीड़ और वाहनों की मौजूदगी ने दबाव बढ़ाया।
उन्होंने कहा कि ₹8 करोड़ का नया पुल पहले से स्वीकृत था।
वहीं, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य के सभी नदी पुलों का ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
30 साल पुराना था पुल, रखरखाव में लापरवाही
स्थानीय विधायक सुनील शेलके ने बताया कि यह पुल करीब 30 वर्ष पुराना था और लंबे समय से इसकी मरम्मत नहीं हुई थी। हादसे ने संरचनात्मक लापरवाही और प्रशासनिक चूक को उजागर किया है।