कुणाल कामरा के खिलाफ महाराष्ट्र विधान परिषद में विशेषाधिकार हनन नोटिस, पुलिस के सामने पेश नहीं हुए कॉमेडियन

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के खिलाफ विवादित पैरोडी सॉन्ग को लेकर मशहूर स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा सुर्खियों में हैं। इस मामले में मुंबई पुलिस ने उन्हें दो बार नोटिस भेजा, लेकिन 27 मार्च 2025 तक वह पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए हैं। इसी बीच, महाराष्ट्र विधान परिषद में उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस पेश किया गया है।

Mar 28, 2025 - 07:23
कुणाल कामरा के खिलाफ महाराष्ट्र विधान परिषद में विशेषाधिकार हनन नोटिस, पुलिस के सामने पेश नहीं हुए कॉमेडियन
कुणाल कामरा के खिलाफ महाराष्ट्र विधान परिषद में विशेषाधिकार हनन नोटिस, पुलिस के सामने पेश नहीं हुए कॉमेडियन

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के खिलाफ विवादित पैरोडी सॉन्ग को लेकर मशहूर स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा सुर्खियों में हैं। इस मामले में मुंबई पुलिस ने उन्हें दो बार नोटिस भेजा, लेकिन 27 मार्च 2025 तक वह पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए हैं। इसी बीच, महाराष्ट्र विधान परिषद में उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस पेश किया गया है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब कामरा ने अपने शो में शिंदे को "गद्दार" कहकर निशाना बनाया। आइए, इस मामले को विस्तार से समझते हैं।

कुणाल कामरा का विवादित सॉन्ग और पुलिस कार्रवाई

कुणाल कामरा ने हाल ही में एक पैरोडी सॉन्ग रिलीज किया, जिसमें फिल्म "दिल तो पागल है" की धुन पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी की गई। इस गाने में "गद्दार" जैसे शब्दों का इस्तेमाल हुआ, जिसके बाद शिंदे समर्थकों में नाराजगी फैल गई। मुंबई पुलिस ने कामरा के खिलाफ मानहानि और सार्वजनिक उत्पात की धाराओं के तहत FIR दर्ज की और उन्हें पूछताछ के लिए समन भेजा। हालांकि, कामरा ने अभी तक पुलिस के सामने हाजिरी नहीं लगाई है। सूत्रों के मुताबिक, वह मुंबई से बाहर हैं और उन्होंने पेश होने के लिए अतिरिक्त समय मांगा है।

विशेषाधिकार हनन नोटिस: बीजेपी विधायक का कदम

महाराष्ट्र विधान परिषद में बीजेपी विधायक प्रवीण दरेकर ने बुधवार को कुणाल कामरा और शिवसेना (UBT) की प्रवक्ता सुषमा अंधारे के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस पेश किया। दरेकर का आरोप है कि कामरा की टिप्पणियां न केवल एकनाथ शिंदे के खिलाफ व्यक्तिगत और अपमानजनक थीं, बल्कि विधायी संस्थानों की गरिमा को भी ठेस पहुंचाती हैं। इस नोटिस को परिषद के सभापति राम शिंदे ने स्वीकार कर लिया है और अब यह विशेषाधिकार समिति के पास जांच के लिए भेजा गया है। यदि समिति इसे मंजूरी देती है, तो इस पर सदन में चर्चा होगी।

बीजेपी नेता का बयान

प्रवीण दरेकर ने कहा, "कुणाल कामरा ने एकनाथ शिंदे के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। सुषमा अंधारे ने भी इस गाने का समर्थन कर विधायी मर्यादा का उल्लंघन किया। यह सदन की अवमानना है।" दरेकर ने मांग की कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाए।

एकनाथ शिंदे का जवाब और शिंदे गुट का गुस्सा

डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "हास्य और व्यंग्य करना गलत नहीं है, लेकिन इसकी एक मर्यादा होती है। कुणाल कामरा ने शिष्टाचार की सीमा लांघी। हर एक्शन का रिएक्शन होता है।" इस बयान के बाद शिंदे गुट के शिवसैनिकों ने मुंबई के खार इलाके में "हैबिटेट स्टूडियो" में तोड़फोड़ की, जहां यह शो रिकॉर्ड हुआ था। पुलिस ने इस घटना में शामिल कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।

कुणाल कामरा का रुख

कुणाल कामरा ने इस पूरे विवाद पर माफी मांगने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा, "मैं अपने व्यंग्य पर कायम हूं। माफी तभी मांगूंगा, जब कोर्ट मुझे ऐसा करने का आदेश देगा।" इससे पहले भी कामरा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अन्य नेताओं पर अपने शो में कटाक्ष कर चुके हैं।

कुणाल कामरा का यह विवाद महाराष्ट्र की सियासत में हंगामा मचा रहा है। सत्तापक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। जहां शिंदे गुट इसे व्यक्तिगत हमला बता रहा है, वहीं विपक्ष इसे अभिव्यक्ति की आजादी का मुद्दा बना रहा है।

महाराष्ट्र विधान परिषद में विशेषाधिकार हनन नोटिस (Privilege Motion) के जरिए इस मामले को औपचारिक रूप दिया गया है। यह नोटिस कामरा के खिलाफ विधायी कार्रवाई की दिशा में पहला कदम है। अब सबकी नजर विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट और आगे की कार्रवाई पर टिकी है।

इस घटनाक्रम ने एक बार फिर हास्य, व्यंग्य और अभिव्यक्ति की सीमाओं पर बहस छेड़ दी है। क्या यह मामला कोर्ट तक पहुंचेगा या राजनीतिक दबाव में सुलझ जाएगा, यह आने वाला वक्त बताएगा।

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