क्या आपके शरीर में बढ़ रहा है कोलेस्ट्रॉल? जानें इसके कारण, असर और नियंत्रण के उपाय
कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर की कार्यप्रणाली के लिए एक आवश्यक तत्व है। यह शरीर में कोशिकाओं की झिल्ली बनाने, विटामिन D संश्लेषण और हार्मोन निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन जब इसकी मात्रा शरीर में असंतुलित हो जाती है, खासकर बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर बढ़ता है, तो यह दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।

नई दिल्ली: कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर की कार्यप्रणाली के लिए एक आवश्यक तत्व है। यह शरीर में कोशिकाओं की झिल्ली बनाने, विटामिन D संश्लेषण और हार्मोन निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन जब इसकी मात्रा शरीर में असंतुलित हो जाती है, खासकर बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर बढ़ता है, तो यह दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति का कुल कोलेस्ट्रॉल स्तर 200 mg/dl से अधिक है, तो यह चिंताजनक स्थिति मानी जाती है। इस रिपोर्ट में हम उन कारणों की बात करेंगे जिनसे कोलेस्ट्रॉल का स्तर तेजी से बढ़ता है, और इससे बचने के उपाय भी जानेंगे।
बहुत ज्यादा कॉफी पीना
अत्यधिक मात्रा में कॉफी पीने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। 2023 की एक स्टडी के मुताबिक, यदि कोई व्यक्ति रोज़ाना 4 कप से अधिक कॉफी पीता है, तो उसका बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ सकता है। खासतौर पर एस्प्रेसो कॉफी से यह जोखिम और बढ़ जाता है। बेहतर विकल्प के रूप में ग्रीन टी या हर्बल टी को अपनाना फायदेमंद हो सकता है।
तनाव और कोर्टिसोल हार्मोन का प्रभाव
लगातार मानसिक तनाव शरीर में कोर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन को बढ़ाता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ जाता है। 2020 की एक रिसर्च में बताया गया कि अधिक कोर्टिसोल, शरीर के फैट प्रोसेसिंग को प्रभावित करता है, जिससे HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) घटता है और LDL बढ़ता है। योग, मेडिटेशन और नियमित व्यायाम तनाव को कम करने के प्रभावी उपाय हैं।
धूम्रपान से बिगड़ती सेहत
धूम्रपान करने वालों में गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है, और बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है। सिगरेट में मौजूद निकोटीन, धमनियों की दीवारों को नुकसान पहुंचाकर ब्लॉकेज का कारण बन सकता है, जो हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ाता है।
प्रेग्नेंसी में स्वाभाविक बढ़ोतरी
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 30-40% तक बढ़ जाना सामान्य है। ऐसा हार्मोनल बदलाव, विशेषकर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन के कारण होता है। डॉक्टर्स आमतौर पर संतुलित आहार और नियमित जांच की सलाह देते हैं।
वजन में अचानक गिरावट
2023 की एक स्टडी में पाया गया कि कीटोजेनिक डाइट अपनाने वालों में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ गया था, भले ही वजन कम हुआ हो। इससे यह स्पष्ट होता है कि बिना चिकित्सकीय सलाह के डाइट करना हानिकारक हो सकता है। सुरक्षित वेट लॉस के लिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
उच्च कोलेस्ट्रॉल आज की जीवनशैली से जुड़ी सबसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। यह हृदय की धमनियों को ब्लॉक कर हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी घातक स्थितियां पैदा कर सकता है। सही खानपान, फिजिकल एक्टिविटी और समय पर जांच से इसे रोका जा सकता है।