शिक्षा मंत्री का बड़ा ऐलान: तीसरी श्रेणी के 21,000 शिक्षकों को मिलेगा प्रमोशन, शिक्षकों के हित में कई अहम फैसले

राजस्थान के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षकों के लिए कई अहम घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि सरकार तीसरी श्रेणी के करीब 21,000 शिक्षकों को प्रमोशन देने की तैयारी कर रही है। साथ ही उन्होंने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कई नवाचारों और नीतियों की जानकारी भी दी।

May 30, 2025 - 06:50
शिक्षा मंत्री का बड़ा ऐलान: तीसरी श्रेणी के 21,000 शिक्षकों को मिलेगा प्रमोशन, शिक्षकों के हित में कई अहम फैसले
शिक्षा मंत्री का बड़ा ऐलान: तीसरी श्रेणी के 21,000 शिक्षकों को मिलेगा प्रमोशन, शिक्षकों के हित में कई अहम फैसले

जयपुर : राजस्थान के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षकों के लिए कई अहम घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि सरकार तीसरी श्रेणी के करीब 21,000 शिक्षकों को प्रमोशन देने की तैयारी कर रही है। साथ ही उन्होंने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कई नवाचारों और नीतियों की जानकारी भी दी।

प्रमोशन से शिक्षकों को मिलेगा सम्मान और स्थायित्व

शिक्षा मंत्री ने कहा कि लंबे समय से एक ही पद पर कार्यरत शिक्षकों को प्रमोशन देकर न सिर्फ उनका मनोबल बढ़ाया जाएगा, बल्कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। कई शिक्षक इसलिए ट्रांसफर नहीं करवाते क्योंकि उनकी वरिष्ठता प्रभावित होती है, लेकिन अब सरकार ऐसी व्यवस्था ला रही है जिससे ट्रांसफर और प्रमोशन दोनों पारदर्शी और सुविधाजनक हों।

65,000 शिक्षकों की होगी नई भर्ती

मदन दिलावर ने यह भी जानकारी दी कि राज्य में शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए RPSC के माध्यम से लगभग 65,000 पदों पर भर्ती की जाएगी। हाल ही में रीट परीक्षा का सफल आयोजन इसका एक उदाहरण है। सरकार का उद्देश्य है कि हर विद्यालय में पर्याप्त और योग्य शिक्षक उपलब्ध हों।

 शिक्षकों के लिए नई गाइडलाइन: मोबाइल पर रोक, धार्मिक गतिविधियां बंद

नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा विभाग ने कुछ कड़े निर्देश भी जारी किए हैं:

  • कक्षा में मोबाइल फोन ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।

  • धार्मिक गतिविधियों जैसे पूजा, नमाज़ आदि के लिए स्कूल परिसर का उपयोग नहीं किया जाएगा।

  • शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रखा जाएगा, ताकि वे पूरी तरह से पढ़ाई पर ध्यान दे सकें।

 मूल्यांकन प्रणाली में बदलाव: टीचर पर भी जिम्मेदारी

सत्रांत मूल्यांकन में खुले मन से अंक देने की बात कही गई है। लेकिन यदि कोई विद्यार्थी फाइनल परीक्षा में 40 से कम अंक लाता है, तो भले ही वह पास हो जाए, उस विषय के शिक्षक को फेल माना जाएगा। इसका उद्देश्य शिक्षकों की जवाबदेही और गुणवत्ता सुनिश्चित करना है।

 सामूहिक प्रयास से समय पर आया रिजल्ट

शिक्षा मंत्री ने परीक्षा विभाग, शिक्षकों, पर्यवेक्षकों और कर्मचारियों को समय पर 10वीं बोर्ड का परिणाम जारी करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सामूहिक प्रयासों का ही परिणाम है कि पूरी प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के संपन्न हुई।

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